देश में बर्ड फ्लू से 10 दिन में 4.84 लाख पक्षी मरे

By: Pinki Wed, 06 Jan 2021 1:53:54

देश में बर्ड फ्लू से 10 दिन में 4.84 लाख पक्षी मरे

देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू का असर बढ़ता जा रहा है। बीते 10 दिनों में बर्ड फ्लू की वजह से 4.84 लाख 775 पक्षियों की मौत हो चुकी है। देश के 4 राज्यों (राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और केरल) में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। ऐसे में केंद्र सरकार ने दिल्ली में कंट्रोल रूम बनाया है, जो राज्यों के साथ संपर्क में रहेगा। हरियाणा में रिपोर्ट आनी है, वहां 10 दिन में 4 लाख मुर्गियों की मौत हो चुकी। गुजरात में 53 पक्षियों की मौत हुई है, लेकिन बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई। दिल्ली अलर्ट पर है।

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कोरोना वायरस से ज्यादा खतरनाक

आपको बता दे, बर्ड फ्लू कोरोना वायरस से भी खतरनाक वायरस है। इससे संक्रमित लोगों में से आधे से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। बर्ड फ्लू अब तक दुनिया में चार बार बड़े पैमाने पर फैल चुका है। यहां तक कि 60 से ज्यादा देशों में महामारी का रूप भी ले चुका है। साल 2003 से लेकर अब तक लगातार यह किसी न किसी देश में अपना असर दिखाता रहता है। H5N1 बर्ड फ्लू वायरस इन सभी वायरसों में सबसे ज्यादा खतरनाक इसलिए है क्योंकि इसकी वजह से संक्रमित लोगों में से आधे से ज्यादा की मौत हो जाती है। साल 2003 से लेकर अब तक H5N1 बर्ड फ्लू वायरस से संक्रमित इंसानों और मौत की बात करें तो कुल 861 लोग संक्रमित हुए हैं। इनमें से 455 मारे जा चुके हैं। यानी मृत्यु दर 52.8% है। WHO के मुताबिक साल 2007 से लेकर 2008 के बीच H5N1 बर्ड फ्लू वायरस की वजह से 349 लोग संक्रमित हुए, जिसमें 216 लोगों की मौत हो गई। यानी मृत्यु दर करीब 62% था। WHO के मुताबिक H5N1 बर्ड फ्लू वायरस किसी सतह के जरिए भी इंसानों को संक्रमित कर सकता है।

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राजस्थान में बीते 24 घंटे में 246 कौओं की मौत

- राजस्‍थान में पक्षियों की बढ़ती असामान्य मौत से अशोक गहलोत सरकार चिंतित है। अब तक चार जिलों में बर्ड फ्लू (Bird Flu) के पॉजीटिव केस सामने आ चुके हैं। सरकार अब जहां दूसरे राज्यों से लगती सीमा पर सतर्कता बढ़ाने जा रही है, वहीं जयपुर में ही जांच लैब स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

- झालावाड़ के बाद जयपुर, कोटा और बारां में भी मंगलवार को बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई। प्रदेश में बीते 24 घंटे में 246 और कौओं की मौत हुई। अब तक कुल 717 कौवों की जान जा चुकी है। कोटा की रामगंजमंडी में 212 मुर्गियां मृत मिलीं। जांच के लिए कुल 110 सैंपल भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (निशाद) भेजे जा चुके हैं। इनमें से 40 की रिपोर्ट आई, जिनमें 25 पॉजिटिव हैं। जोधपुर के सभी 15 सैंपल निगेटिव आए हैं। राज्य में पहली बार 31 दिसंबर को बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई।

- मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि पॉल्ट्री में यह रोग नहीं फैले इसे लेकर अभी से चिन्ता करनी होगी। हालांकि, अभी तक पॉल्ट्री में कोई केस सामने नहीं आया है। इसके चलते पॉल्ट्री उत्पादों की बिक्री पर रोक नहीं लगाई जा रही है। लेकिन दूसरे राज्यों से लगती सीमा पर चौकसी बढ़ाई जा रही है ताकि वहां से बर्ड फ्लू का संक्रमण राजस्थान नहीं आए। आज एहतियात के तौर पर पॉल्ट्री संचालकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेन्स भी की जाएगी।

- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों को लेकर चिंतित हैं और वे खुद के स्तर पर इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वहीं राज्यपाल ने भी कृषि मंत्री से इसकी जानकारी ली है।

गुजरात में 53 पक्षी मरे

- गुजरात के जूनागढ़ में 53 पक्षियों के शव मिलने के बाद जिले के वन और वन्यजीव अधिकारी अलर्ट पर हैं। अधिकारियों को संदेह है कि पक्षियों की मौत की वजह बर्ड फ्लू हो सकता है।

- जूनागढ़ जिले में मनावर तहसील के बटवा इलाके में 53 मृत पक्षी पाए गए हैं। वन अधिकारियों की एक टीम मौके पर पहुंची और मरे हुए पक्षियों के अवशेष को जांच के लिए भेज दिया है।

- मौके पर मौजूद पशु चिकित्सक एनजे फालडू ने कहा, 'हम 53 पक्षियों की अचानक मौत की जांच कर रहे हैं। यह सर्दी या वायरल संक्रमण के कारण हो सकता है। हम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।'

- हर साल सर्दियों के दौरान हजारों प्रवासी पक्षी गुजरात आते हैं। अधिकारियों का कहना है कि बर्ड फ्लू के फैलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

केरल में राज्य आपदा घोषित

- केरल के अलप्पुझा और कोट्टायम जिलों में बर्ड फ्लू के मामले आए हैं। सरकार ने इसे राज्य आपदा घोषित कर दिया है। हाई अलर्ट भी जारी किया है।

- बर्ड फ्लू से केरल में 12 हजार बतखें मर चुकी हैं। जिन इलाकों में बर्ड फ्लू के केस आए हैं, वहां, 40,000 से ज्यादा पक्षियों को मारने का फैसला किया गया है।

- इनमें से ज्यादातर पोल्ट्री फॉर्म के पक्षी हैं। इन्हें मारने, जलाने और दफनाने के लिए 10 सदस्यीय एक टीम तैनात की गई है। जिन क्षेत्रों में वायरस मिले हैं, वहां एक किलोमीटर के दायरे में घरेलू और पालतू पक्षियों को भी इसी तरह से मारा जाएगा।

- अलप्पुझा जिला कलेक्टर के अनुसार, कुट्टनाड और कार्तिकपल्ली के इलाकों में पोल्ट्री मांस, अंडे और अन्य खाद्य वस्तुओं के उपयोग, बिक्री और परिवहन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।

- कलेक्टर ए अलेक्जेंडर ने कहा, 'पिछले हफ्ते इस क्षेत्र के कुछ खेतों में बतखों के मरने की खबरें आई थीं। भोपाल में किए गए परीक्षणों के बाद पता चला कि ये बतख H5N8 वायरस से संक्रमित थे। हमने एक 18 सदस्यीय क्विक रिस्पांस टीम को तैनात किया है जिससे प्रभावित क्षेत्रों में पक्षियों को मारा जा सके।'

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हिमाचल में मछली-मुर्गे की बिक्री बैन

- पौंग बांध झील अभयारण्य में मारे गए बार हेडेड गूज और दूसरे पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। जालंधर, पालमपुर लैब के बाद अब भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान की रिपोर्ट में भी H5N1 एवियन इन्फ्लूएंजा पाया गया है।

- एवियन फ्लू से अब तक 1,900 से अधिक प्रवासी पक्षियों की मौत हो चुकी है। कांगड़ा जिला प्रशासन ने अब पोंग डैम अभयारण्य के एक किलोमीटर के भीतर पोल्ट्री प्रोडक्ट्स की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। अभयारण्य के नौ किलोमीटर के दायरे में सभी पर्यटन गतिविधियों को रोकने के अलावा इस क्षेत्र में निगरानी की जा रही है।

- हिमाचल में प्रवासी पक्षियों में फैले एवियन फ्लू को ध्यान में रखते हुए पंजाब सरकार ने हरि-के-पट्टन (तरनतारन), केशोपुर (गुरदासपुर), नंगल, रूप नगर और अन्य क्षेत्रों में भी सतर्कता बढ़ा दी है। वन्यजीव अधिकारियों ने कहा कि मृत पाए गए पक्षियों में से 95% से ज्यादा प्रवासी पक्षी हैं जो साइबेरिया और मंगोलिया से आते हैं। एक अनुमान के अनुसार, हर साल सर्दियों में 1.15 से लेकर 1.20 लाख तक पक्षी पोंग डैम अभयारण्य में आते हैं और चार महीने तक रहते हैं।

मध्य प्रदेश में शिवराज ने बुलाई आपात बैठक

- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बर्ड फ्लू के खतरे से निपटने के लिए बुधवार को आला अफसरों के साथ आपात बैठक की। इसमें फैसला लिया गया कि दक्षिण भारत के कुछ राज्यों से कुछ दिनों के लिए पोल्ट्री का कारोबार रोक दिया जाए।

- सीएम ने कहा कि एहतियात के तौर पर यह अस्थाई रोक लगाई गई है। इंदौर, आगर-मालवा और मंदसौर में कुछ कौवों की मौत के बाद सावधानी बरती जा रही है। हालांकि, अभी प्रदेश में संकट जैसी स्थिति नहीं है। बचाव के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

- 23 दिसंबर से 3 जनवरी 2021 तक इंदौर में 142, मंदसौर में 100, आगर-मालवा में 112, खरगोन जिले में 13 और सीहोर में 9 कौवों की मौत हुई है। मृत कौवों के नमूने तुरंत भोपाल स्थित स्टेट डीआई लैब भेजे गए हैं। हालांकि, पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा कि कौवों में पाया जाने वाला वायरस एच5एन8 अब तक मुर्गियों में नहीं मिला। मुर्गियों में पाया जाने वाला वायरस एच5एन1 होता है।

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